कोसी क्षेत्र में 5000 लीटर दूषित दूध कराया नष्ट, पनीर प्लांट कराया बंद

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-खराब 200 किलो पनीर भी फिकवाया, संचालक नहीं दिखा सका लाइसेंस, चार नमूने लिए
-पुलिस के साथ टीम ने एक अन्य पनीर प्लांट पर भी की गई कार्रवाई, लगाई सील

मथुरा/कोसीकलां। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट खोरी के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को टीम ने एक पनीर प्लांट पर बड़ी कार्रवाई करते हुएकरीब 5000लीटर खराब दूध एवं 200 किलो पनीर नष्ट कराया। पनीर प्लांट को तुरंत बंद करवा दिया गया। संचालक लाइसेंस नहीं दिखा सका। कार्रवाई से खाद्य विक्रेताओं में अफरा-तफरी मची रही।
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त डा. गौरीशंकर के निर्देशन में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एसपी तिवारी एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम द्वारा शाहपुर पुलिस चौकी के चौकी प्रभारी सोनू भाटी एवं पुलिस बल के साथ कोसीकलां क्षेत्र के किला गांव नगला उटावर में अवैध रूप से संचालित मानकों के विपरीत चल रहे बदरुद्दीन के पनीर प्लांट पर सूचना पर छापा मारा गया। निरीक्षण के दौरान भारी गंदगी के बीच दूषित दूध से पनीर का निर्माण किया जा रहा था। मिलावट का संदेह होने पर तैयार पनीर ,दूध ,रिफाइंड ऑयल, तथा अपमिश्रक सफेद घोल के चार नमूना जांच हेतु संग्रहित किए गए । संचालक मौके पर लाइसेंस नहीं दिखा सका। साथ ही लगभग 5000 लीटर दूध जो दूषित हो चुका था मौके पर नष्ट करा दिया। लगभग 200 किलो ग्राम पनीर को भी नष्ट कराया गया। साथ ही पनीर प्लांट के बॉयलर एवं मशीनों को सील कर प्लांट को बंद करा दिया गया है। टीम द्वारा साहपुर रोड सुपाना गांव में कन्हैया पनीर प्लांट का निरीक्षण कर दूध तथा पनीर के सैंपल जांच हेतु संग्रहित किए गए प्लांट संचालक को हिदायत दी गई कि पनीर प्लांट परिसर में कोई भी अपमिश्रक अथवा मिलावटी खाद्य पदार्थ नहीं रखेंगे। उसके बाद टीम नगला सिरोही गांव पहुंची जहां पनीर प्लांट का संचालक ताला लगा कर भाग गया। काफी संपर्क करने के बाद नहीं आने पर पनीर प्लांट के बॉयलर तथा गेट को सील कर दिया गया है। टीम में कार्रवाई के दौरान देवराज सिंह ,मुकेश कुमार, दलवीर सिंह ,अरुण कुमार खादय सुरक्षा अधिकारी तथा ताराचंद धारिया खाद्य सहायक उपस्थित रहे।

अभियान के दौरान कोसी के एक गांव में संचालित पनीर प्लांट पर कार्रवाई की। यहां खराब दूध एव पनीर को मौके पर नष्ट कराते हुए उसे बंद करवा दिया। एक अन्य प्लांट पर सील लगवा दी गई। चार नमूने भरे गए हैं। कार्रवाई जारी रहेगी।
डा. गौरी शंकर, सहायक आयुक्त खाद्य
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग

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