वाग्यकार की महफ़िल में श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

बृज दर्शन

मथुरा। सुवृंदम ट्रस्ट द्वारा आयोजित वाग्यकार की महफ़िल जवाहर बाग मथुरा में सूफ़ियाना अन्दाज़ में सम्पन्न हुई। ब्रज के साहित्य-संगीत पर दिल्ली विश्वविद्यालय में शोध कर रहे व आल इंडिया रेडियो ‘आकाशवाणी’ से अनुमोदित भारतीय शास्त्रीय गायक कीरति बल्लभ देव पाठक, जिनका स्टेज-नाम वाग्यकार है, की महफ़िल में संगीत, कला, नृत्य की अनूठी प्रस्तुतियाँ रहीं जिन पर दर्शकगण ने जमकर तालियाँ बजायीं । संगीत-कला का स्तर बढ़ाने व सामाजिक चेतना जागृत करने के लिए पाठक बंधु (पुण्डरीकाक्ष देव पाठक व कीरति बल्लभ देव पाठक ) द्वारा यह सांस्कृतिक कार्यक्रम एक नयी व अनोखी पहल है । ब्रज के ही पाठक बन्धु (पुण्डरीकाक्ष देव पाठक व कीरति बल्लभ देव पाठक ) भारतीय शास्त्रीय संगीत से लेकर उपशस्त्रीय, ब्रज-लोकगीत व फ़िल्मी संगीत का प्रदर्शन दूरदर्शन सहित प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मंच इत्यादि पर समय-समय पर करते रहेहैं । पाठक बंधु ने ही उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का आधिकारिक गीत ‘ब्रज बंदना – कृष्णम वन्दे जगदगुरूम’ को लिखा है ,स्वर-रचना की है व गाया है जिसे माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रिलीज़ किया गया है । ब्रज वंदना सहित अन्य अल्बम को वाग्यकार के यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम व फ़ेसबुक पर लाखों लोगों द्वारा देखा जा चुका है । इस महफ़िल में पाठक बंधु द्वारा सूफ़ी संगीत से लेकर ठुमरी और ग़ज़ल की प्रस्तुति दी गई । श्रोताओं से भरा हुआ जवाहर बाग़ संगीतमय हो गया। पाठक बंधु द्वारा ब्रज-संस्कृति उत्थान के लिए अन्य कलाकारों को भी मंच प्रदान किया गया जिन्होंने इस महफ़िल में कला व संगीत की श्रेष्ठ प्रस्तुतियाँ दी ।इस महफ़िल का उपक्रम ब्रज में हर महीने के अंतिम रविवार को जारी रहेगा । अगली महफ़िल वृंदावन में होगी जिसकी जानकारी वाग्यकार के फ़ेसबुक पेज पर उपलब्ध होगी । इस कार्यक्रम में टिकट की व्यवस्था होने बावजूद थिएटर पूरा भरा हुआ था । इसमें ब्रज का कला-प्रेमी व प्रबुद्ध वर्ग उपस्थित रहा।

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