कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी पर पेच फंसा, श्यामसुंदर उपाध्याय ने भी दाखिल किया बी फार्म, राजकुमार रावत पहले ही दाखिल कर चुके हैं बी फार्म

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मथुरा। मथुरा-वृन्दावन नगर निगम के महापौर प्रत्याशी पद को लेकर कांग्रेस में रार तेज हो गई है। सोमवार को अभी तक पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी राजकुमार रावत के पश्चात असंतुष्ट प्रत्याशी श्यामसुन्दर उपाध्याय ने भी नामांकन पत्र जमा किए। अब दोनों के नामांकन पत्रों की जांच के उपरांत स्पष्ट हो पायेगा कि कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी किसे माना जायेगा। पार्टी के जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा का दावा है कि राजकुमार रावत ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी है। उधर श्याम सुन्दर उपाध्याय ने अपने समर्थकों के बीच कलैक्ट्रेट में अपनी भडास निकालते हुए पूर्व विधायक प्रदीप माथुर को जी भरकर कोसा। उनका कहना है कि ये लोग मथुरा से पूरी तरह कांग्रेस समाप्त करना चाहते है। नगर निकाय चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन सबकी निगाहें मेयर पद के लिए दो प्रत्याशियों के मध्य चल रही जोर आजमाइश पर लगी रहीं। नामांकन के अंतिम समय से एक घंटा पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में श्यामसुन्दर उपाध्याय ने नामांकन के दो सेट और जमा कर दिये।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि उन्होंने इन सेटों के साथ पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को जारी होने वाला बी फार्म भी जमा किया। जब इस बारे में श्यामसुंदर उपाध्याय से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मैंने यह सेट चुनाव आयोग के नियमानुसार जमा किया है। अब चुनाव अधिकारी नामांकन पत्र की स्कूटनी के बाद सुनिश्चित करेंगे कि कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी कौन है। उन्होंने आगे कहा कि मैं कांग्रेसी हूं और रहूंगा। कुछ लोग कांग्रेस को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। कांग्रेस के चन्द नेता पार्टी को अपनी जेब की मानकर असली कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। इसी बीच जैसे ही कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी राजकुमार रावत को इसकी जानकारी लगी, वह भी जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा के साथ नामांकन कार्यालय पहुंच गये और नामांकन अधिकारी से पूछा कि श्री उपाध्याय ने नामांकन के साथ बी पत्र दिया है क्या, नामांकन अधिकारी कोई जवाब देते, इससे पूर्व ही श्याम सुन्दर उपाध्याय के वकील ने आपत्ति करते हुए बोला कि आप अभी नहीं बता सकते। यह बातें स्कूटनी के समय बताई जानी चाहिए। इस पर नामांकन अधिकारी ने कहा कि कल स्कूटनी में पता चलेगा। इस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने एक पत्र नामांकन अधिकारी को सौंपना चाहा तो नामांकन अधिकारी ने बोला कि यह पत्र आप जिलाधिकारी को दें क्योंकि उनका काम सिर्फ नामांकन पत्र जमा कराना है। नामांकन पत्र जमा करने के अंतिम वक्त 3 बजे तक दोनों पक्ष नामांकन कक्ष में डटे रहे।

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